रोमियों 5:17 - Garhwali17 अर या बात सच्च च कि एक मनखि का अपराध का द्वारा मौत सब लोगु पर राज करण लगि गै। मगर वु लोग जु पिता परमेस्वर की भरपूर किरपा से वेका समणि सच्चु होण का दान तैं अपणा जीवन मा स्वीकार करदिन, ऊ लोग यीशु मसीह का द्वारा जीवन तैं पाला, अर वेका द्वारा राज भि करला। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम17 किलैकि जब एक मनिख का पाप का कारण सभि लुखुं कु मृत्यु ऐ, त जु लोग दया अर धर्मी हूंण कु वरदान बिज्यां पौदींनि, उ एक मनिख का यानि यीशु मसीह का द्वारा पाप अर मृत्यु पर जीत पाला। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
मगर पितर आदम अर वु मनखि एक जन नि छिन, किलैकि पिता परमेस्वर का द्वारा दियूं दान आदम का पाप का जन नि च। हे मेरा दगड़्यों, या बात सच्च च कि आदम का पाप का द्वारा मौत ईं दुनियां मा सब लोगु खुणि ऐ गै, मगर फिर भि पिता परमेस्वर की किरपा हम सभ्यों खुणि भौत बड़ी च, किलैकि अब यीशु मसीह का द्वारा सब लोगु तैं अपणा-अपणा पापों से माफी पौण को दान पिता परमेस्वर बटि मुफत मा मिली गै।
तब मिन राजगद्दी देखि अर ऊं लोग की आत्माओं तैं भि देखि जु कि राजगद्दी पर बैठयां छा, जौं का मुण्ड़ यीशु की गवै देण अर परमेस्वर का वचन तैं बतौण की वजै से कटै गै छौ। अर यू वु आत्मा छिन जौं तैं परमेस्वर न न्याय करण को अधिकार दिनी। अर यों न नऽ त दैंत की, अर ना ही वेकी मूरत की पूजा कैरी, अर ना ही अपणा माथा या हाथ पर वेकी मोर लगवै, वु सब ज्यून्दा ह्वे गैनी, अर ऊंन राजा बणि के मसीह का दगड़ा मा एक हजार साल तक राज कैरी।