रोमियों 3:13 - Garhwali13 “अर ऊंका गौळा इन छिन जन कि एक खुलि कबर, अर अपणी छल-कपट की बातों से वु लोगु तैं भरमौण की कोसिस करदिन।” “अर ऊंका गिच्चा बटि निकळण वळी बात गुरौ का बिस जन छिन।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम13 ऊंको गिच्चो खुल्यां बाश मरण वली कब्रों का जन च, किलैकि जु बात उ बुल्दा छिनी उ बुरै की ही हूंदींनि उ अपड़ा शब्दों कु इस्तेमाल लुखुं तैं धोखा दींणु कु करदींनि; जु कुछ उ बुल्दींनि उ गुरो का विष का जन विनाशकारी हूंद। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
ना इन कभि नि ह्वे सकदु। सुणा, दुनियां को हरेक मनखि झूठ्ठु साबित ह्वे सकदु च, मगर पिता परमेस्वर ही च जु कि अपणा वचन को पालन करदु, इलै वेतैं सच्चु साबित होण द्या। जन कि पवित्रशास्त्र मा भि लिख्यूं च अर वा बात इन च कि, “हे मेरा परमेस्वर तुम अपणा मामला मा सच्चा छाँ, अर तुम अपणु फैसला बड़ा न्याय से करद्यां।”