रोमियों 2:15 - Garhwali15 किलैकि वु अपणा अच्छा सभौ का द्वारा ही परमाण देन्दिन, कि नियम-कानून ऊंका मनों मा लिख्यां छिन। अर ऊंको मन भि ऊंका बारा मा गवै देन्दु, अर ऊंका विचार भि ऊंतैं कभि-कभि दोषी, अर कभि-कभि निरदोष ठेरौन्दिन, အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम15 उ दिखोंदा छिनी कि परमेश्वर का द्वारा दिये गै मूसा कि व्यवस्था ऊंका मनों मा लिखीं छिनी, किलैकि ऊंको विवेक दिखांद, कि यु सच्चा छिनी, किलैकि ऊंका विचार ऊं तैं भंगारी ठैरौंदींनि अर ऊं तैं निर्दोष ठैरौंदींनि। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |