रोमियों 16:5 - Garhwali5 अर ऊंका घौर मा जमा होण वळा समुदाय का सब लोगु तैं भि मेरु सलाम। अर मेरा प्यारा भै इपैनितुस तैं भि मेरु सलाम, जु कि आसिया मुलक मा पैलु मनखि छौ जैन यीशु मसीह का पिछनै चलण शुरु कैरी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम5 मेरा प्रिय इपैनितुस तैं मेरू प्रणाम, जु एशिया का प्रान्त बट्टी मसीह पर विश्वास कन वला पैलो आदिम च अर वीं मण्डलि तैं भि प्रणाम ज्वा ऊंका घौर मा कठ्ठा हूंद। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर अप्पुलोस की मनसा छै कि वु समुन्दर का दुसरा छाला अखया मुलक मा जौ। इलै बिस्वासी भै-बैंणो न वेको हौसला बढै, अर अखया का बिस्वासी भै-बैंणो कू चिठ्ठी लिखी के बतै कि वेको स्वागत बड़ा प्यार से किये जौ। अर जब अप्पुलोस इख पौंछी, त इख पौंछण पर अखया का जौं लोगु न प्रभु की बड़ी किरपा की वजै से बिस्वास कैरी छौ, वेन ऊं बिस्वासी लोगु की भौत मदद कैरी।
हे मेरा भै-बैंणो, मि पौलुस पिता परमेस्वर की मनसा से यीशु मसीह को खास चेला होणु खुणि बुलये ग्यों। अर मि या चिठ्ठी हमरा बिस्वासी भै तीमुथियुस का दगड़ा मा कुरिन्थि नगर का लोगु खुणि लिखणु छौं, हाँ तुम खुणि ही तुम जु कि परमेस्वर का समुदाय छाँ। अर या चिठ्ठी ऊं सब पवित्र मनखियों खुणि भि च जु कि पूरा अखया मुलक मा छिन।