रोमियों 15:22 - Garhwali22 हे मेरा दगड़्यों, यों सब बातों की वजै से ही मि कई बार तुमरा पास औण चाणु छौ, मगर हर बार कुई ना कुई बात मितैं उख औण से रोकी देणी छै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम22 इलै मि तुम मा रोम शहर आंण बट्टी बार-बार रुकै ग्यों। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
हे मेरा भै-बैंणो, मि इन चान्दु कि तुम लोग ईं बात तैं जाणि ल्या कि मिन भौत बार तुमरा पास औण की योजना बणै, मगर कुई ना कुई बात मितैं हमेसा रोकी देन्दी। अर तुमरा पास औण की मेरी भौत इच्छा च, किलैकि जन मिन भौत सि जगा जैके लोगु तैं पिता परमेस्वर का रैबार तैं बतै अर ऊंन बिस्वास कैरी, ठिक उन्नि तुमरा बीच मा भि हो।