रोमियों 14:18 - Garhwali18 अर जु मनखि ये तरीका से अपणा जीवन तैं चलौन्दु, अर वेका दगड़ा-दगड़ि यीशु मसीह की सेवा करदु, उ मनखि पिता परमेस्वर तैं खुश करदु, अर दुसरा लोग भि वेकी तारीफ करदिन। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम18 जु कुई यु ढंग से मसीह की सेवा करद, उ पिता परमेश्वर तैं खुश करद अर लोग भि वेका बारा मा अच्छो बुल्दींनि। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर हमुन इन ठाणियालि कि हम इन्द्रयो कुछ भि नि करुला ज्यां से कि हमतै सरम अऽ। अर हमुन कभि भि चालाकी चलि के तुमतै धोखा देण की कोसिस नि कैरी, जन कि कुछ लोग करदिन। अर ना ही हम परमेस्वर का वचन मा मिलावट करद्यां, बल्किन मा हम त सच्चै से सिखौन्द्यां अर उ भि इन जाणि के कि परमेस्वर हमतै दिखणु च। अर यू सब हम इलै करद्यां, ताकि हम सब लोगु खुणि एक उदारण बणि जां।
इलै हे मेरा भै-बैंणो, कुछ और बात भि छिन जु की सच्चि अर सोच-विचार करण का लैख छिन, अर यू वु बात छिन जु कि साफ अर पवित्र छिन अर यों बातों बटि प्यार किये जान्दु, अर यू खुश कैर देण वळी छिन, अर यों मा हरेक किसम का गुण पये जनदिन, अर यों बातों की तारीफ किये जान्दी, अर यू वु बात छिन जौं पर लगातार तुमतै अपणु ध्यान लगौण चयेणु।