तब यीशु न बोलि, “मेरा पिता, यों तैं माफ कैरी द्या, किलैकि यों तैं पता नि च कि यू क्या कना छिन।” अर ऊं सिपयों न पांसा डालि के वेका कपड़ा आपस मा बांट दिनी।
अर ईं बात तैं ध्यान मा रखा, कि अगर कुई तुमरा खिलाप मा बुरै करदु, त तुम वेका बदला मा बुरै नि कर्यां। पर हमेसा भलै करण की कोसिस कैरा, ज्यां से की सब लोगु की भलै हो।
बुरै का बदला मा बुरै नि कैरा अर ना ही गळी का बदला मा गळी द्या, मगर इन्द्रया लोगु तैं बदला मा आसीस ही द्या, किलैकि पिता परमेस्वर न तुमतै यां खुणि ही बुलयूं च, ताकि तुम आसीस का वारिस बणि जा।