रोमियों 1:13 - Garhwali13 हे मेरा भै-बैंणो, मि इन चान्दु कि तुम लोग ईं बात तैं जाणि ल्या कि मिन भौत बार तुमरा पास औण की योजना बणै, मगर कुई ना कुई बात मितैं हमेसा रोकी देन्दी। अर तुमरा पास औण की मेरी भौत इच्छा च, किलैकि जन मिन भौत सि जगा जैके लोगु तैं पिता परमेस्वर का रैबार तैं बतै अर ऊंन बिस्वास कैरी, ठिक उन्नि तुमरा बीच मा भि हो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम13 अर हे मेरा विश्वासी भयों, मि चांदु कि तुम जणिल्या कि मि बार-बार तुम मा औंण चै, कि जन मिल अन्यजातियों का बीच मा मसीह कु शिष्य बणैंनि, उन ही के तुम मा भि बणौं, पर अब तक यांमा रुकावट ही हवे। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर कुछ दिनों का बाद इन ह्वे कि, पतरस लगभग एक सौ बीस बिस्वासी लोगु का बीच मा खड़ु ह्वेके बोन्न लगि गै, “हे मेरा भै-बैंणो, या बात यहूदा इस्करियोती का बारा मा च, जु की यीशु तैं पकड़वौण वळो तैं बाटु दिखौण वळु बणि के ऐ छौ। हाँ, वेकी गिनती हमरा दगड़ा मा किये जान्दी छै, अर उ भि हमरि तरौं सेवा मा सामिल ह्वे गै छौ। मगर पवित्र आत्मा न येका बारा मा पैलि ही राजा दाऊद का द्वारा भविष्यबाणी करवै छै, अर यू जरुरी छौ कि पवित्रशास्त्र की या बात पूरि हो।
हे मेरा भै-बैंणो, मि नि चान्दु कि तुम ईं बात तैं बिसरी जा, कि पिता परमेस्वर न हमरा यहूदी लोगु का पितरों तैं मिस्र देस बटि आजादी दिलै। अर वे बगत मा ऊ बादळ का छैल का तौळ चलिनी, अर लाल समुन्दर का बीचों-बीच चलि के दुसरा छाला पर पौंछयै गैनी। अर इन बुले जै सकदु, कि येका द्वारा ऊंको बपतिस्मा ह्वे अर वु मूसा रैबर्या का चेला बणि गैनी।
हे मेरा भै-बैंणो, तुम अपणी सोच तैं छुटा बच्चों की तरौं नि बणा, बल्किन मा समझदार बणा। अर अगर जु तुम बच्चों की तरौं ही बणण चन्द्यां, त बुरै खुणि बणा। अर या बात मि इलै बोन्नु छौं, किलैकि बच्चा कै की बुरै का बारा मा नि सोचदिन। अर जख तक पिता परमेस्वर की खासियत का बारा मा बात च, त तुम लोग स्यांणा लोगु की तरौं सोच रखा।
इलै हे मेरा भै-बैंणो, तुमतै क्या-क्या कन चयेणु उ अब मि तुमतै बतौन्दु, जब तुम परमेस्वर की भक्ति करणु खुणि एक जगा इकट्ठा होनद्यां, त पवित्र आत्मा का द्वारा तुम मा बटि कई लोग पिता परमेस्वर का भजन गन्दिन, अर कुछ शिक्षा देन्दिन। अर अगर कै मनखि पर कुछ परगट किये गै, त उ वीं बात का बारा मा बतौन्दु। अर कुछ लोग पवित्र आत्मा का द्वारा अलग-अलग भाषा मा बात करदिन, त कुछ वीं भाषा को मतलब आम बोल-चाल मा बतौन्दिन। अर यू सब कुछ पिता परमेस्वर का द्वारा किये जान्दु, ताकि एक-दुसरे की तरक्की हो अर सब लोग आत्मिक रुप से मजबूत होन्दी जा।