पैलु ज्यून्द पराण शेर का जन छौ, अर दुसरो ज्यून्द पराण बल्द का जन, अर तिसरु ज्यून्द पराण को मुख मनखि की तरौं छौ, अर चौथुँ ज्यून्द पराण एक उड्दा चील का जन छौ।
फिर मिन देखि कि वे मेम्ना न सात मोरो मा बटि एक मोर तैं खोली, अर मिन चार पराणों मा बटि एक तैं बादळों की गगड़ट की तरौं ऊँची आवाज मा इन बुल्द सुणी, “अऽ।”