दिब्य दरस 22:15 - Garhwali15 मगर नीच काम करण वळा, जादु-टोंणा करण वळा अर गळत सम्बन्ध रखण वळा, हत्या अर मूरत की पूजा करण वळा, अर झूठ्ठ बुलण वळा सब नगर से भैर ही राला। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम15 पर उ जु बुरा काम करदींनि, टूणा, व्यभिचारी, हत्यारा, मूर्ति पुजण वला, हर एक झूठ तैं चांण वला अर उ जु झूठ बुल्दींनि, उ कभी भि शहर मा प्रवेश नि कैर सकदींनि। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर जु लोग दुसरो का दगड़ा मा सरील का गळत सम्बन्ध रखदिन, जन कि एक बैख दुसरा बैख का दगड़ा मा अर ठिक उन्नि एक जनानि दुसरि जनानि का दगड़ा मा सरील का सम्बन्ध रखदी हो, अर जु गुलाम लोगु तैं बिकौण को काम करदिन, झूठ्ठ बुल्दिन अर झूठ्ठी कसम खनदिन, अर जु लोग सच्चा उपदेस का विरोध मा जाळसाजि बणौन्दिन, इन्द्रया लोगु खुणि परमेस्वर का रैबर्या मूसा का द्वारा नियम-कानून दियूं च।