दिब्य दरस 17:11 - Garhwali11 अर वु दैंत जु पैलि ज्यून्द छौ पर अब ज्यून्द नि च, मगर फिर से ज्यून्द ह्वेके आलु उ खुद आठु राजा होलु। अर वु ऊं सात राजों का जन दुष्ट होलु, अर वेन भि नास ह्वे जाण। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम11 जु जानवर पैली छो, अर अब नि च, उ अफ ही आठु च; अर उ जानवर जु भौत बगत पैली रांदो छो अर यु बगत नि च, उ आठु राजा च। पर उ आठु राजा पैला सात राजाओं मा बट्टी एक च। अर अंत मा वे राजा तैं निश्चित रूप मा हमेशा कु दण्ड दिए जालो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर जु दैंत तिन देखि, पैलि उ ज्यून्द छौ पर अब वु मोरि गै, मगर उ फिर से ज्यून्द ह्वेके अधलोक बटि निकळि के आलु, अर वेको नास फिर से ह्वे जालु। अर धरती पर रौण वळा जौं लोगु का नौ दुनियां की शुरुवात बटि जीवन की किताब मा नि लिख्यां छिन, वु सब लोग वे दैंत का दगड़ा मा जु कुछ भि ह्वे देखि के बड़ु ताजुब करला।