दिब्य दरस 16:6 - Garhwali6 किलैकि ऊंन बिस्वासी लोगु अर तुमरा रैबर्यों को ल्वे बुगै, इलै तुमुन भि ऊंतैं पाणि का बदला मा ल्वे पीणु खुणि दिनी, अर जन ऊंन कैरी उन्नि पै।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम6 किलैकि ऊंल तेरा लुखुं अर पिता परमेश्वर का तरपां बट्टी बुल्ण वलो तैं मार दींनि अर ऊंको ल्वे बुगै, इलै अब तू ऊं तैं ल्वे पींण कु दे। यु ऊंकु सै प्रतिफल च।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर जब देस-देस का लोग तुम से गुस्सा ह्वेनि, त तुमरो परकोप ऊं पर भड़की गै। अर अब वु बगत ऐ गै जब तुम मुरयां लोगु को न्याय करिल्या, अर अब तुमरा सेवकों, रैबर्यों, अर सब पवित्र लोगु, अर जथगा भि लोग तुमरा नौ पर सरदा रखदिन ऊं सब सेवकों तैं इनाम दिये जालु, चै वु छुटा हो या बड़ा, मगर जौं लोगु न धरती तैं बरबाद कैरी तुम ऊंतैं खतम कैरी दिल्या।”