किलैकि वु सब लोग ईं बात तैं खुद ही बतौन्दिन, कि जब हम तुमरा इख ऐ छा, त तुमुन हमरु कथगा अच्छु तरीके से स्वागत कैरी छौ। अर इन भि कि कनकै तुमुन मूरत की भक्ति करण छोड़ि दिनी, अर ज्यून्दा अर सच्चा परमेस्वर की भक्ति करण लगि ग्यां।
त परमेस्वर का परकोप वे पर आलु। अर उ इन्द्रया लोगु तैं अपणा पवित्र स्वर्गदूतों अर मेम्ना की नजर का समणि ही आग अर गंधक की पीड़ा मा डालि द्यालु, जु ऊं खुणि परमेस्वर का गुस्से की दारु च ज्वा की ऊं पर अखणै जालि।
फिर मिन स्वर्ग मा एक और बड़ु अदभुत चिन्न देखि की सात स्वर्गदूत छा, जौं का पास सात विपदा छै। अर यू आखिरी विपदा छै, अर येका दगड़ा-दगड़ि परमेस्वर को परकोप पूरु ह्वे जान्दु।
तब पैला स्वर्गदूत न जैके अपणु कटोरा धरती पर अखणै दिनी, अर जौं लोगु पर वे दैंत की मोर लगि छै अर जु वेकी मूरत की पूजा कना छा, ऊं पर बड़ु दुख देण वळु बुरु फोड़ा निकळि गै।
अर येका बाद इन ह्वे कि जौं सात स्वर्गदूतों का पास सात कटोरा छा ऊं मदि एक न मेरा पास ऐके बोलि कि, “इख अऽ, मि त्वेतै दिखान्दु कि दुनियां की सबसे बड़ी वेश्या तैं मिलण वळु दण्ड क्या च, ज्वा कि भौत सि गाडो का छाला पर बैठि च।
फिर जौं सात स्वर्गदूतों का पास सात आखिरी विपदा से भोर्यां सात कटोरा छा, ऊं मदि एक न मेरा पास ऐके बोलि, “यूहन्ना इख अऽ, मि त्वेतै वा जगा दिखान्दु जख बिस्वासी समुदाय का लोग यीशु से मिलणु खुणि तयार छिन, ठिक उन्नि जन एक ब्यौलि अपणा ब्यौला खुणि तयार रौन्दी।”
तब ऊ चौबीस अध्यक्ष राजगद्दी पर बैठण वळा का समणि भ्वीं मा पोड़ि के वेकी भक्ति करदिन, जु कि हमेसा-हमेसा तक ज्यून्द च। अर अपणा-अपणा मुकुट तैं निकळि के वेकी राजगद्दी का समणि रखदिन अर इन बुल्दिन कि,
अर जब वेन वु ले, त चार ज्यून्द पराण अर चौबीस अध्यक्ष मेम्ना का समणि भ्वीं मा पोड़ि गैनी। अर हर अध्यक्ष का हाथ मा बीणा अर सोना का कटोरा छा, जु कि धूबत्ती से भोर्यां छा जैको मतलब बिस्वासी लोगु की प्रार्थना से च।