दिब्य दरस 13:11 - Garhwali11 फिर मिन एक और दैंत तैं धरती बटि निकळद देखि, अर वेका मेम्ना का जन दुई सींग छा, अर वेको बुलण खुंखार रागस की तरौं छौ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम11 फिर मिल एक और जानवर तैं धरती मा बट्टी निकलद देखि, येका द्वी सींग छा जन की चिनखा का हूंदींनि। पर जब येल बोलि त यु अजगर का जन बुल्ण लगि गै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर जु दैंत तिन देखि, पैलि उ ज्यून्द छौ पर अब वु मोरि गै, मगर उ फिर से ज्यून्द ह्वेके अधलोक बटि निकळि के आलु, अर वेको नास फिर से ह्वे जालु। अर धरती पर रौण वळा जौं लोगु का नौ दुनियां की शुरुवात बटि जीवन की किताब मा नि लिख्यां छिन, वु सब लोग वे दैंत का दगड़ा मा जु कुछ भि ह्वे देखि के बड़ु ताजुब करला।