दिब्य दरस 12:17 - Garhwali17 तब खुंखार रागस तैं वीं जनानि पर बड़ु गुस्सा ऐ। अर उ वेका वंश का लोगु का दगड़ा मा युद्ध करणु खुणि निकळि गै, किलैकि ऊ लोग परमेस्वर की आज्ञाओं को पालन करदिन अर यीशु की गवै सुनौण को काम करदिन। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम17 यांका बाद, अजगर वीं जनन पर भौत गुस्सा हवे। इलै वेल जनन का वंशजों का विरुद्ध लड़ै की घोषणा कैरी दींनि। मतलब की ऊं लुखुं का विरुद्ध जु पिता परमेश्वर की आज्ञाओं तैं मणदींनि अर यीशु का द्वारा सिखै गै सच्ची शिक्षाओं कु पीछा कन मा मजबूत बणयां रौन्दींनि အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
तब मि स्वर्गदूत की भक्ति करणु खुणि वेका खुटों मा पोड़ि ग्यों। मगर वेन मिकू बोलि, “यूहन्ना इन नि कैर, बल्किन मा केवल परमेस्वर की ही भक्ति कैर, किलैकि मि भि तेरा अर तेरी ही तरौं बिस्वासी भै-बैंणो का जन एक सेवक छौं, जौन यीशु का बारा मा गवै देण को काम कैरी। मि त केवल परमेस्वर को रैबार देण वळु छौं, अर तुम लोग यीशु की गवै पर बिस्वास करद्यां अर हम सब वेका सेवक छां।”
तब मिन राजगद्दी देखि अर ऊं लोग की आत्माओं तैं भि देखि जु कि राजगद्दी पर बैठयां छा, जौं का मुण्ड़ यीशु की गवै देण अर परमेस्वर का वचन तैं बतौण की वजै से कटै गै छौ। अर यू वु आत्मा छिन जौं तैं परमेस्वर न न्याय करण को अधिकार दिनी। अर यों न नऽ त दैंत की, अर ना ही वेकी मूरत की पूजा कैरी, अर ना ही अपणा माथा या हाथ पर वेकी मोर लगवै, वु सब ज्यून्दा ह्वे गैनी, अर ऊंन राजा बणि के मसीह का दगड़ा मा एक हजार साल तक राज कैरी।