दिब्य दरस 12:11 - Garhwali11 अर ऊंन प्रभु का रैबार अर मेम्ना का ल्वे का द्वारा शैतान पर जीत हासिल कैरी, किलैकि ऊंन अपणी जान की भि परवा नि कैरी बल्किन मा मुरणु खुणि भि तयार छा। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम11 हमारा विश्वासियों ल शैतान तैं हरै लियेले। ऊंल वे चिनखा का ल्वे की सामर्थ बट्टी हरै, जु ऊं तैं ऊंका पापों तैं छुडांणु कु मरै गै छो। किलैकि ऊंल यु अंगीकार नि कैरी कि चिनखो ऊंको प्रभु च। जबकि ऊं तैं सतै गै इख तक की मरै भि गै, पर उ अपड़ा वे अंगीकार बट्टी पिछनै नि हटीनि। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
तब मि स्वर्गदूत की भक्ति करणु खुणि वेका खुटों मा पोड़ि ग्यों। मगर वेन मिकू बोलि, “यूहन्ना इन नि कैर, बल्किन मा केवल परमेस्वर की ही भक्ति कैर, किलैकि मि भि तेरा अर तेरी ही तरौं बिस्वासी भै-बैंणो का जन एक सेवक छौं, जौन यीशु का बारा मा गवै देण को काम कैरी। मि त केवल परमेस्वर को रैबार देण वळु छौं, अर तुम लोग यीशु की गवै पर बिस्वास करद्यां अर हम सब वेका सेवक छां।”
तब मिन राजगद्दी देखि अर ऊं लोग की आत्माओं तैं भि देखि जु कि राजगद्दी पर बैठयां छा, जौं का मुण्ड़ यीशु की गवै देण अर परमेस्वर का वचन तैं बतौण की वजै से कटै गै छौ। अर यू वु आत्मा छिन जौं तैं परमेस्वर न न्याय करण को अधिकार दिनी। अर यों न नऽ त दैंत की, अर ना ही वेकी मूरत की पूजा कैरी, अर ना ही अपणा माथा या हाथ पर वेकी मोर लगवै, वु सब ज्यून्दा ह्वे गैनी, अर ऊंन राजा बणि के मसीह का दगड़ा मा एक हजार साल तक राज कैरी।