दिब्य दरस 11:15 - Garhwali15 अर जब सातवां स्वर्गदूत न बिगुला बजै, त स्वर्ग बटि तेज आवाज ऐ अर वींन इन बोलि कि, “दुनियां पर राज करण को अधिकार अब हमरा परमेस्वर अर वेका मसीह को ह्वे गै। अर उ हमेसा-हमेसा तक राज करला।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम15 जब सातु स्वर्गदूत ल तुरै फूंकी, मिल स्वर्ग मा तेज आवाजो तैं बुल्द सूंणि; “दुनिया मा अब और कुई नि च जु राज्य कैरो, भस हमारो प्रभु परमेश्वर अर वेको चुणयूं मसीह राज्य करलो। अर उ हमेशा-हमेशा कु राज्य करुलु।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
तब मिन स्वर्ग मा एक ऊँची आवाज तैं इन ऐलान करद सुणी, “सुणा, अब हमरा परमेस्वर की तरफा बटि मिलण वळु छुटकारा, अधिकार अर राज की स्थापना ह्वे गै, अर वेका मसीह को राज कन को अधिकार परगट ह्वे गै, किलैकि हमरा बिस्वासी भै-बैंणो पर दोष लगौण वळा तैं मूड़ी ढुळै गै, अर यू वु छौ जैन पिता परमेस्वर का समणि रै के ऊं पर दिन-रात दोष लगौण को काम कैरी।
तब मिन राजगद्दी देखि अर ऊं लोग की आत्माओं तैं भि देखि जु कि राजगद्दी पर बैठयां छा, जौं का मुण्ड़ यीशु की गवै देण अर परमेस्वर का वचन तैं बतौण की वजै से कटै गै छौ। अर यू वु आत्मा छिन जौं तैं परमेस्वर न न्याय करण को अधिकार दिनी। अर यों न नऽ त दैंत की, अर ना ही वेकी मूरत की पूजा कैरी, अर ना ही अपणा माथा या हाथ पर वेकी मोर लगवै, वु सब ज्यून्दा ह्वे गैनी, अर ऊंन राजा बणि के मसीह का दगड़ा मा एक हजार साल तक राज कैरी।