दिब्य दरस 11:12 - Garhwali12 अर ऊंन स्वर्ग बटि एक तेज आवाज सुणी, जिं न ऊं दुईयों कू इन बोलि, “इख मथि ऐ जा।” अर ऊ दुईया का दुई बादळों मा उठये गैनी, अर ऊंका दुसमन ऊंतैं दिखदी रै गैनी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम12 यांका बाद, ऊं द्वी ल स्वर्ग बट्टी एक बुल्ण वला तैं बुल्ण सूंणि, जैल ऊं तैं जोर से धै लगै के बोलि, “इख मथि आ!” जब ऊंका दुश्मनो ल देखि, तब उ एक बादल बट्टी लिपटै के मथि स्वर्ग मा चलि गैनी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |