फिलेमोन 1:16 - Garhwali16 पर अब वु एक गुलाम नि च बल्किन मा गुलाम से भि कई बढी के च, किलैकि अब उ एक बिस्वासी भै च जै बटि मि भौत प्यार करदु। पर अब वु त्वे खुणि जादा लाडलु होलु, किलैकि अब वु त्वे खुणि एक गुलाम का दगड़ा-दगड़ि एक बिस्वासी भै भि च। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम16 पर तू वे तैं अपड़ो गुलाम ही नि समझी, बल्कि उ एक गुलाम बट्टी भि बढ़ि कै च, अब उ एक विश्वासी दगड़िया च जै तैं तु प्रेम कैरी सकद्यां। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर जौं गुलामों का मालिक बिस्वासी लोग छिन, त ऊ अपणा मालिकों तैं एक बिस्वासी भै समझि के ऊंतैं कम आदर-सम्मान नि द्यो, पर ऊ जादा से जादा वेको काम कैरो। किलैकि ऊंका कामों का द्वारा जौं मालिकों को फैदा होणु च, उ परमेस्वर पर बिस्वास करण वळा अर परमेस्वर खुणि प्रिय छिन। अर यों सब बातों तैं दुसरो तैं भि समझौण रौ, अर पालन करण खुणि ऊंतैं हिम्मत भि दे।