तब यीशु उख बटि निकळि के, सूर अर सैदा नौ का नगरों का इलाकों मा ऐ, अर वु एक घौर मा गै। अर वु इन चान्दु छौ, कि कैतैं पता नि चलु कि मि इख छौं, मगर फिर भि लोगु तैं ईं बात का बारा मा पता चलि गै।
अर जौं को मन शुद्ध च इन्द्रया लोगु खुणि सब कुछ शुद्ध च, पर जौं लोगु का मन मा बुरै भुरीं च अर जु बिस्वास नि करदिन ऊं खुणि कुछ भि शुद्ध नि च। अर ऊं लोगु की अकल अर मन इन बिगाड़ि गै, अर ऊंतैं इन पता नि च कि क्या जि सही च अर क्या जि गळत।
अर ठिक उन्नि यू झूठ्ठा लोग भि छिन, जु कि बिस्वासी लोगु का दगड़ा मा मिली गैनी, अर अपणा सुपन्यों का पिछनै भागी के अपणा सरील तैं पाप का द्वारा अशुद्ध कना छिन। अर यू लोग पिता परमेस्वर का द्वारा मिल्यां अधिकार तैं नकारी देन्दिन, इख तक कि स्वर्गदूतों की भि बुरै करदिन।