मगर यीशु न वेकी बात तैं नकारी के बोलि कि, “पवित्रशास्त्र मा लिख्यूं च कि, ‘मनखि केवल रुट्टी बटि ही ज्यून्दु नि रालु, बल्किन मा परमेस्वर का मुख बटि निकळ्यां हरेक वचन बटि ज्यून्द रालु।’”
किलैकि मनखि का मन से याने कि वेका भितर बटि ही बुरा विचार अर दुसरि जनानियों तैं गळत नजर से दिखण, चोरी करण इख तक की हत्या करण, दुसरि जनानियों का दगड़ा मा गळत सम्बन्ध रखण,
ठिक उन्नि जीब भि एक आग की तरौं च। अर हमरा सरील का सभि अंगो मा बटि जीब मा ही सब बुरै भुरीं छिन। अर वा हमरा पूरा सरील तैं पापि बणै देन्दी। फिर हमरा पूरा जीवन मा वा आग लगै देन्दी, अर वा आग नरकलोक की च।