मरकुस 6:11 - Garhwali11 अर अगर वीं जगा का लोग तुमरि बातों तैं स्वीकार नि करला अर तुमरि नि सुणला, त उख बटि निकळण दौं अपणा खुटों पर लगीं धूळ तैं उखि झाड़ि द्या, ताकि इन कैरिके ऊंका खिलाप मा गवै हो।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम11 जीं जगह का लोग तुम तैं स्वीकार नि कैरो अर तुम्हरी नि सुनणु त जब तुम वीं जगह तैं छोड़ी कै जा त उख बट्टी निकली कै अपड़ा खुट्टों की धूल उखि झाड़ी दियां ज्यां ल मिलण वली सजा का उ जु परमेश्वर दींद उ अफी जिम्मेदार छिन। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
हे मेरा भै-बैंणो, मि तुमतै यू भि याद दिलौण चान्दु कि जन सदोम, अमोरा अर वेका आस-पास का नगरों का लोग गळत सम्बन्ध रखण वळा ह्वे गै छा, इख तक की उखा लोग अपणा सरील की इच्छा तैं पूरु करण खुणि एक बैख दुसरा बैख का दगड़ा मा सरील का गळत सम्बन्ध रखण लगि गै छा। तब वे बगत मा पिता परमेस्वर न ऊं नगरों को कभि नि बुझण वळी आग का द्वारा नास कैर दिनी, अर आज वु सब हम सभ्यों खुणि सदनि खुणि एक उदारण बणि गैनी।