तब नगर का सब लोग जु कुछ ह्वे छौ वेतैं दिखण का बाना नगर बटि निकळि के यीशु तैं मिलणु खुणि ऐनी। अर वेतैं देखि के वेसे बिन्ती कैरी, कि हमरि सीमा से भैर चलि जा।
अर वेन जोर से चिल्लै के बोलि, “हे नासरत गौं का यीशु, हमतै त्वेसे क्या मतलब? क्या तू हमतै नास करणु कू अईं छैई? मि जणदु छौं कि तू कु छैई, तू परमेस्वर को पवित्र जन छैई।”
अर ऊँची आवाज मा चिल्लै के बोलि, “हे सबसे महान परमेस्वर का पुत्र यीशु, तुम मि बटि क्या चाणा छाँ? मि तुमतै परमेस्वर की कसम देन्दु, कि मितैं दुख नि द्या।”
तब गिरासेनियों मुलक का आस-पास का नगर बटि अयां लोगु न यीशु बटि बिन्ती कैरी, कि हमरा मुलक बटि चलि जा, किलैकि ऊ भौत डौऽरी गै छा। इलै यीशु उख बटि वापिस जाणु खुणि नाव मा बैठि गै।