अर जु शास्त्री लोग यरूशलेम नगर बटि अयां छा, वु भि इन बुल्दा छा कि, “त्वेमा त बालजबूल च,” अर “उ खबेसों का अधिकारी बालजबूल याने कि शैतान की मदद से लोगु मा लग्यां खबेसों तैं निकळदु।”
अर वेन ऊंतैं इजाजत दे दिनी। तब खबेसों की पलटण वे मनखि मा बटि निकळि के सुंगरों मा बैठि गैनी, अर सुंगरों को वु पूरु झुण्ड भौत तेजी से भ्योळ जनै भागी, अर वु सभ्या का सभि मूड़ी झील मा लमडी गैनी अर डुबी के मोरि गैनी। अर ये झुण्ड की संख्या दुई हजार का लगभग छै।