इलै ध्यान द्या, कि तुम क्या सुनणा छाँ। किलैकि जु कुई भि परमेस्वर का राज तैं बिंगणे की इच्छा रखदु, वेतैं वेका बारा मा बिंगण को और भि जादा ज्ञान दिये जालु। मगर जु मनखि इन सोचदु, कि मितैं भौत ज्ञान च, त वे बटि वु ज्ञान भि छिनै जालु।”
“कन्दूड़ खोली के सुणी ल्या अर ईं बात तैं समझा कि पवित्र आत्मा बिस्वासी समुदाय का लोगु खुणि क्या च बोन्नु, जु जीत हासिल करलु वेतैं दुसरि मौत को दुख नि झिलण पोड़लु।”
“कन्दूड़ खोली के सुणी ल्या अर ईं बात तैं समझा कि पवित्र आत्मा बिस्वासी समुदाय का लोगु खुणि क्या च बोन्नु, जु जीत हासिल करलु, मि वेतैं जीवन देण वळा डाळा को फल खाणु कू द्यूलु, जु कि स्वर्ग मा परमेस्वर का पास च।”