30 अरे क्रूस बटि मूड़ी उतर, अर खुद तैं बचौ।”
30 सूली पर बट्टी उतरी के अफ तैं बचौ।
अर जु लोग उख बटि औणा-जाणा छा वु अपणु मुण्ड़ हिलै-हिलै के इन बोलि के वेकी बेजती कना छा कि, “हे मन्दिर का नास करण वळा, अर तीन दिन मा वेतैं बणौण वळा,
अर ठिक इन्नि मुख्य पुरोहित, शास्त्री यीशु को मजाक उड़ै के अपणा आपस मा बोन्ना छा कि, “अरे येन दुसरो तैं बचै, पर अब खुद तैं नि बचै सकणु।