52 मगर उ अपणा चदरा तैं छोड़ि के उख बटि नंग्यों-नंगि भागी गै।
52 पर वेल चादरो छोड़ी अर नंगी भाजि गै।
पर एक ज्वान मनखि यीशु का पिछनै-पिछनै ऐ, अर ये मनखि न अपणा बदन पर मखमल को चदरो उड़युं छौ। अर ऊं लोगु न वेतैं पकड़ी,
तब जौं लोगु न यीशु तैं पकड़ी छौ, ऊ वेतैं महा पुरोहित का पास लेके गैनी, अर उख सब मुख्य पुरोहित, शास्त्री अर अध्यक्ष लोग इकट्ठा होयां छा।