मरकुस 14:18 - Garhwali18 अर जब ऊ बैठि के खाणु खाणा छा, त यीशु न ऊंकू बोलि, “मि तुम से सच्चि बोन्नु छौं, कि तुम मा बटि एक जु मेरा दगड़ा खाणुक खाणु च उ मितैं धोखा से पकड़वै द्यालु।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम18 अर जब उ बैठी कै खांणु खांणा छा तब यीशु ल बोलि, मि तुम मा सच बुल्णु छौं तुम मा बट्टी एक जु मेरा दगड़ा खांणु-खांणु च उ मि तैं पकड़ण मा मेरा दुश्मनों की मदद करलो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर यीशु न भीड़ का लोगु कू इन भि बोलि कि, “जब तुम उपवास रखिल्या, त ढोंगि लोगु की तरौं तुमरा मुख पर उदासी नि हो, किलैकि ऊ अपणु मुख इन्द्रयो इलै बणै के रखदिन, ताकि लोग समझि जा कि ऊंको उपवास रख्युं च। पर मि तुम बटि सच्चि बोन्नु छौ, कि लोगु बटि त ऊंतैं आदर-सम्मान मिली गै, मगर पिता परमेस्वर बटि ऊंतैं कुछ इनाम नि मिलण।
इलै जब तू कै गरीब तैं दान-दकछिणा दिली, त यां को ढिनडोरु नि मचै जन कि प्रार्थना भवन अर बाटों मा ढोंगि लोग अपणु ढिनडोरु मचौन्दिन, ताकि दुसरा लोगु बटि ऊंतैं पूरु आदर-सम्मान मिलु। पर मि तुमतै बतै देन्दु, कि सच्चि बात या च कि इन्द्रया लोगु तैं दुसरा लोगु बटि पूरु आदर-सम्मान त मिली गै, मगर परमेस्वर बटि ऊंतैं कुछ इनाम नि मिलण।