मत्ती 9:18 - Garhwali18 अर जब यीशु ऊंतैं यू बात बतौणु ही छौ कि देखा, प्रार्थना भवन को एक अधिकारी वेका पास ऐ, अर वेतैं परणाम कैरिके बोलि, “गुरुजी, मेरी नौनि अभि-अभि मोरि गै, पर फिर भि तुम चलि के अपणु हाथ वीं पर रख द्या, ताकि वा ज्यून्द ह्वे जौ।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम18 यीशु ऊं बट्टी यूं बातों तैं बुल्णु ही छो कि एक आदिम जु यहूदी सभा को सरदारों मा बट्टी एक छो यीशु मा ऐ के प्रणाम कैरी अर बोलि, “मेरी छुटी नौंनि मुरण वली च तु ऐ के वीं तैं छू, कि व खूब हवे के ज्यूंदी रौ।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर ठिक उन्नि कुई भि नयू अंगूरों को रस पुरणा चमड़ा का थैला मा नि भोरदु। अर अगर भोरलु, त नयू अंगूरों को रस पुरणा चमड़ा का थैला तैं फाड़ी देन्दु। अर चमड़ा को थैला भि खराब ह्वे जान्दु अर रस भि बोगि जान्दु। इलै नयू अंगूरों को रस नया चमड़ा का थैलों मा भोरण चयेणु, ताकि थैला अर रस दुईया का दुई बच्यां रा।”