मत्ती 6:5 - Garhwali5 “अर जब तुम प्रार्थना करद्यां, त ढोंगि लोगु की तरौं नि कर्यां, किलैकि यू लोग दुसरा लोगु तैं दिखाण का बाना प्रार्थना भवनों मा, अर बजारों का कुणों-काणों पर खड़ु ह्वेके प्रार्थना करदिन, अर इन करण ऊंतैं अच्छु लगदु। पर मि तुम बटि सच्चि बोन्नु छौं, कि ऊंतैं यां को इनाम मिली गै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम5 जब तु पिता परमेश्वर बट्टी प्रार्थना कैर त कपटि का समान नि हो किलैकि लोग ऊं तैं देखि अर ऊंकी प्रशंसा कैरा इन ही यहूदियों का मिलणा का भवन मा अर सड़कों का मोडो पर खड़ो हवे के ऊं तैं परमेश्वर बट्टी प्रार्थना कन अच्छो लगदु, मि तुम मा सच बुल्ण छौं कि उ अपड़ो प्रतिफल पै चुकि गैनी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर यीशु न भीड़ का लोगु कू इन भि बोलि कि, “जब तुम उपवास रखिल्या, त ढोंगि लोगु की तरौं तुमरा मुख पर उदासी नि हो, किलैकि ऊ अपणु मुख इन्द्रयो इलै बणै के रखदिन, ताकि लोग समझि जा कि ऊंको उपवास रख्युं च। पर मि तुम बटि सच्चि बोन्नु छौ, कि लोगु बटि त ऊंतैं आदर-सम्मान मिली गै, मगर पिता परमेस्वर बटि ऊंतैं कुछ इनाम नि मिलण।
इलै जब तू कै गरीब तैं दान-दकछिणा दिली, त यां को ढिनडोरु नि मचै जन कि प्रार्थना भवन अर बाटों मा ढोंगि लोग अपणु ढिनडोरु मचौन्दिन, ताकि दुसरा लोगु बटि ऊंतैं पूरु आदर-सम्मान मिलु। पर मि तुमतै बतै देन्दु, कि सच्चि बात या च कि इन्द्रया लोगु तैं दुसरा लोगु बटि पूरु आदर-सम्मान त मिली गै, मगर परमेस्वर बटि ऊंतैं कुछ इनाम नि मिलण।