मत्ती 5:9 - Garhwali9 “धन्य छिन ऊ, जु मेल-जोल करौंदिन, किलैकि ऊंकू परमेस्वर की औलाद बुले जालु। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम9 “धन्य छिन उ जु दुश्मनों तैं आपस मा मेल करौंदिन, किलैकि ऊंकु परमेश्वर की संतान बुलै जालो।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
हे मेरा भै-बैंणो, अब मि आखिरी मा तुमकु इन बोन्न चान्दु कि तुम खुश रा, अर अपणा-अपणा चाल-चलन मा हरेक दिन सुधार ला, अर जु-जु काम करणु कू मिन तुमकु बोलि ऊंतैं पूरु कैरा। अर एक-दुसरे की बात तैं स्वीकार कैरा अर एकजुट ह्वेके रा, अर एक-दुसरा का दगड़ा मा शान्ति से रा। अर पिता परमेस्वर तुमतै एक-दुसरा का दगड़ा प्यार करण मा, अर शान्ति से जीवन जीण मा पूरि मदद करलु।
अर ईं बात की वजै से ही मि अर मेरा दगड़्या यीशु मसीह का राज्य को परचार करद्यां। अर जब हम लोगु तैं बतौन्द्यां, त यां को मतलब यू च कि पिता परमेस्वर खुद तुमतै अपणा पास बुलाणु च। इलै हे मेरा भै-बैंणो, यीशु मसीह का होण का नाता हम तुम से बिन्ती करद्यां, कि तुमरो रिश्ता पिता परमेस्वर का दगड़ा मा ठिक ह्वे जौ, इलै वेका पास औणु खुणि वेका पास वचन तैं स्वीकार कैरा।