मत्ती 5:18 - Garhwali18 अर मि तुम बटि सच्चि बोन्नु छौं कि जब तक या धरती अर आसमान च, तब तक परमेस्वर का नियम-कानूनों न खतम नि होण, अर वेमा लिखीं हरेक छुटी से छुटी बात भि पक्की तरौं से पूरि होलि। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम18 किलैकि मि तुम मा सच बुल्ण छौं कि जब तक आसमान अर धरती टलि नि जंदींनि तब तक मूसा द्वारा लिखीं परमेश्वर की व्यवस्था मा बट्टी कुछ भि यख तक की एक भि मात्रा या एक बिंदु भि बगैर पूरी हुयां नि टललो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर यीशु न भीड़ का लोगु कू इन भि बोलि कि, “जब तुम उपवास रखिल्या, त ढोंगि लोगु की तरौं तुमरा मुख पर उदासी नि हो, किलैकि ऊ अपणु मुख इन्द्रयो इलै बणै के रखदिन, ताकि लोग समझि जा कि ऊंको उपवास रख्युं च। पर मि तुम बटि सच्चि बोन्नु छौ, कि लोगु बटि त ऊंतैं आदर-सम्मान मिली गै, मगर पिता परमेस्वर बटि ऊंतैं कुछ इनाम नि मिलण।
इलै जब तू कै गरीब तैं दान-दकछिणा दिली, त यां को ढिनडोरु नि मचै जन कि प्रार्थना भवन अर बाटों मा ढोंगि लोग अपणु ढिनडोरु मचौन्दिन, ताकि दुसरा लोगु बटि ऊंतैं पूरु आदर-सम्मान मिलु। पर मि तुमतै बतै देन्दु, कि सच्चि बात या च कि इन्द्रया लोगु तैं दुसरा लोगु बटि पूरु आदर-सम्मान त मिली गै, मगर परमेस्वर बटि ऊंतैं कुछ इनाम नि मिलण।