मत्ती 3:7 - Garhwali7 अर जब यूहन्ना न भौत सरा फरीसी दल का लोगु तैं अर सदूकियों तैं बपतिस्मा लेण कू अपणा पास औन्द देखि, त वेन ऊंकू बोलि, “हे गुरौ का बच्चों, तुमतै कैन चितै की परमेस्वर का औण वळा परकोप से दूर भागा? အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम7 जब वेल भौत फरीसियों तैं अर सदूकियों तैं बपतिस्मा लींणु कु अपड़ा नजदीक औंण देखि त ऊं बट्टी बोलि, “हे गुरो का बच्चों” तुम तैं कैल जतै कि औंण वला गुस्सा बट्टी भागा। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर बिस्वास से ही पितर नूह न परमेस्वर की तरफा से वे पाणि की विपदा का बार मा जाणि जैतैं वेन देखि नि छौ, अर वेन परमेस्वर की बात सुणी अर परमेस्वर की आज्ञा माणी के अपणा परिवार तैं बचौणु खुणि पाणि को एक बड़ु जाज बणै। अर इन्द्रया बिस्वास का बानो परमेस्वर न नूह तैं अपणी नजर मा धरमी पै, मगर वे बगत का लोगु न बिस्वास नि कैरी, इलै परमेस्वर न ऊंतैं दण्ड दिनी।