अर जब पौलुस धरमी जीवन जीण का बारा मा, अर खुद तैं अपणा वश मा रखण का बारा मा, अर औण वळा न्याय का बारा मा बतौणु छौ, त फेलिक्स डौऽरी गै अर वेन बोलि, “अभि तू इख बटि चलि जा, अगर मौका मिललु त मि तुमतै बुलाणु खुणि रैबार भेजि द्यूलु।”
अब हमरा भै अपुल्लोस से मिन भौत बिन्ती कैरी कि उ और भै का दगड़ा मा तुमरा पास अऽ, मगर अभि वेकी तुमरा पास औण की बिल्कुल भि इच्छा नि च। पर जब वेतैं मौका मिललु, त तब वु तुमरा पास ऐ जालु।