14 इलै यूसुफ उठी, अर वीं ही रात बच्चा अर वेकी माँ तैं लेके मिस्र देस कू चलि गै।
14 तब उ राती उठि के बच्चा तैं अर वेकी ब्वे तैं ले के मिस्र देश कु चलि गै।
अर इथगा मा यूसुफ की निन्द खुलि गै। अर जन प्रभु का दूत न वेकू बोलि छौ वेन ठिक उन्नि कैरी, अर मरियम का दगड़ा मा ब्यौ कैरिके वींतैं अपणा इख लेके ऐ गै।
अर जब जोतिस लोग उख बटि चलि गैनी, त प्रभु को एक दूत यूसुफ तैं सुपन्या मा दिखै अर वेन वेकू बोलि, “यूसुफ उठ, बच्चा अर वेकी माँ तैं लेके मिस्र देस कू चलि जा। अर जबरि तक मि त्वेकू नि बोललु तबरि तक उखि रै, किलैकि हेरोदेस ये बच्चा तैं खुजवौणु च, ताकि उ येतैं मरवै द्यो।”
अर उ हेरोदेस का मुरण तक उखि रै। अर यू सब इलै ह्वे ताकि परमेस्वर को उ वचन पूरु ह्वे जौ, जु वेन अपणा रैबर्या का द्वारा बोलि छौ। अर उ वचन इन च कि, “मिन अपणा पुत्र तैं मिस्र देस बटि बुलै।”
तब ऊ यीशु का पास ऐनी अर वेतैं झकोली के बोलि, “गुरुजी हे गुरुजी, हम मुरण वळा छां।” तब वेन उठी के आंधी अर पाणि की बौछारों तैं झिड़की, अर ऊ रुक गैनी अर सब कुछ शान्त ह्वे गै।
अर मेरा परचार करण का बानो ही यहूदियों न मितैं मन्दिर मा पकड़ी, अर मितैं जान से मरणे की कोसिस भि कैरी।