तुमतै मनखि का पुत्र जन होण चयेणु, किलैकि उ अपणी खातिरदारि करौणु खुणि नि ऐ, बल्किन मा इलै ऐ कि खुद दुसरा लोगु की सेवा कैरो, अर भौत सा लोगु तैं ऊंका पापों से आजादी दिलौणु खुणि अपणी जान दे द्यो।”
तब यीशु न बोलि, “मेरा पिता, यों तैं माफ कैरी द्या, किलैकि यों तैं पता नि च कि यू क्या कना छिन।” अर ऊं सिपयों न पांसा डालि के वेका कपड़ा आपस मा बांट दिनी।
अर या बात सच्च च अर पूरि तरौं से मनण का लैख च कि, “यीशु मसीह ईं दुनियां मा पापियों तैं बचौणु खुणि ऐ,” किलैकि ऊं सब पापियों मा बटि सबसे बड़ु पापि मि छौं।