बाटा का किनरा पोड़यां बीज का दगड़ा मा जु कुछ भि ह्वे, उ इन च कि कुछ लोग परमेस्वर का राज का बारा मा वचन तैं सुणदा त छिन, मगर वेको मतलब नि समझि सकदिन, अर शैतान ऐके ऊंका मनों बटि वचन तैं छिनी के लि जान्दु, जु कि वेका मन मा बुतै गै छौ।
अर जु बीज बाटा का किनरा पोड़ीनी, ऊ वु लोग छिन जु वचनों तैं सुणदा त छिन, मगर शैतान ऐके ऊंका मनों मा बटि वचन तैं निकाळि देन्दु, ताकि कखि इन नि हो कि ऊ बिस्वास कैरिके बचि जा।