31 अर जन तुम चन्द्यां कि लोग तुमरा दगड़ा मा अच्छु बरतौ कैरा, तुम भि ऊंका दगड़ा मा उन्नि बरतौ कैरा।
31 अर जन तुम चांदा छा कि लोग तुम दगड़ी कैरो तुम भि ऊं दगड़ी उन ही कैरा।
अर ठिक उन्नि दुसरि आज्ञा या च कि, ‘जन प्यार तू खुद से करदी, ठिक उन्नि प्यार तू सब लोगु से भि कैर।’
इलै ध्यान रखा, जन तुम चन्द्यां कि लोग तुमरा दगड़ा मा अच्छु बरतौ कैरा, ठिक उन्नि तुम भि लोगु का दगड़ा मा अच्छु बरतौ कैरा। अर इन तुम इलै कैरा, किलैकि नियम-कानूनों अर रैबर्यों की शिक्षा या ही च।”
अगर कुई त्वे बटि मांगु, त वेतैं दे। अर कुई त्वे बटि तेरी चीजों तैं छिनी के लि जौ, त वे बटि वापिस नि मांग।
किलैकि पूरु नियम-कानून एक ही बात मा पूरु ह्वे जान्दु अर वु इन च कि, “जन प्यार तू अफ बटि करदी उन्नि सब लोगु से भि कैर।”