अर यीशु पूरा गलील मुलक मा घूमणु रै। अर यहूदी लोगु का प्रार्थना भवनों मा जैके उपदेस देणु रै, अर परमेस्वर का राज को शुभ समाचार परचार कनु रै। अर उखा लोगु की हरेक किसम की बिमारियों तैं अर कमजोरियों तैं दूर कनु रै।
अर यीशु वे मुलक का नगरों अर ग्वोंऽ मा घूमणु रै, अर उखा प्रार्थना भवनों मा जैके उपदेस देन्दु अर परमेस्वर का राज को शुभ समाचार परचार करदु छौ। अर उखा लोगु की बिमारियों तैं अर सब किसमे कमजोरियों तैं दूर करदु छौ।
पर उख बटि निकळदि ही वे मनखि न ईं बात को परचार करण शुरु कैर दिनी। अर वेन या बात इथगा फैलै दिनी, कि यीशु को नगर मा खुलाआम जाण मुस्किल ह्वे गै, इलै यीशु नगर का भैर निर्जन जगों मा रै, मगर फिर भि लोग अलग-अलग जगों बटि वेका पास औणा छा।
फिर यीशु नासरत नगर मा ऐ, जख उ पाली-पोसि के बड़ु ह्वे छौ। अर हमेसा की तरौं उ सब्त का दिन प्रार्थना भवन मा गै अर पवित्रशास्त्र पढणु खुणि खड़ु ह्वे गै।