13 अर ऊ दुईया का दुई गैनी, अर जन यीशु न ऊंतैं बतै छौ ऊंन उन्नि पै, तब ऊं दुईयों न फसह की तयारी कैरी।
13 ऊं जै कै जन यीशु ल बुल्युं छो, ऊं नि पै, अर उख फसह कु भोज खै।
तब वु चेला चलि गैनी, अर जौं चेलों तैं यीशु न भेजि अर जन वेन ऊंकू बोलि छौ, ऊंन जैके ठिक उन्नि पै।
“आसमान अर धरती को नास ह्वे जालु, मगर मेरी बुलिं बात कभि नि टळळि।
तब उ मनखि तुमतै मंज्यूळ लि जालु, अर तयार कर्युं एक बड़ु कमरा दिखालु। अर तुम खाण की तयारी उखि कर्यां।”
अर जब फसह का खाणुक तैं खाण को बगत ऐ, त यीशु अपणा खास चेलों का दगड़ा मा खाणुक खाणु कू बैठि।
तब यीशु न वींकू बोलि, “क्या मिन त्वेकू इन नि बोलि छौ, कि अगर तू बिस्वास करली, त तू दिखली कि परमेस्वर कथगा महान च?”
पर वेकी माँ न नौकरों कू बोलि, “जु कुछ भि उ तुमकु बोललु, उन्नि कर्यां।”
अर बिस्वास का द्वारा ही पितर अब्राहम तैं जब परमेस्वर का द्वारा बुलये गै, त वु आज्ञा माणी के वीं जगा कू निकळि, जिं जगा को वु हकदार होण वळु छौ। हालांकि वु नि जणदु छौ कि वु कख जाणु मगर फिर भि वु चलि गै।