अर ईं बात तैं सुणी के मुख्य पुरोहित अर शास्त्री लोग वेतैं जान से मरणे की फिराक मा लगि गैनी, मगर यू लोग यीशु से डऽरदा छा, किलैकि लोग वेका उपदेस तैं सुणी के दंग रै जान्दा छा।
अर जब सब्त को दिन ऐ, त यीशु प्रार्थना भवन मा सिखौण लगि गै, अर वेकी बातों तैं सुणी के भौत सा लोग हैरान ह्वेके इन बोन्न लगि गैनी कि, “येतैं यू सब बात कख बटि मिलिनी? अर कन्दरि अकल च वा ज्वा कि येतैं दिये गै? अर सामर्थ का काम येका हाथोंळ कनकै होनदिन?