अर यू सुणी के यीशु न वेकू बोलि, “त्वेमा अभि भि एक बात की कमी च। इन कैर कि जु कुछ भि त्वेमा च, ऊ सब कुछ बेचि दे अर वे बटि जु कुछ भि मिललु वु सब गरीबों मा बांटि दे, अर ऐके मेरु चेला बणि जा तब त्वेतै स्वर्ग मा खजानु मिललु।”
इलै चौकस रा, कखि तुम भि दुनियां का भोग-बिलास मा, दरोळया होण मा, अर जीवन की चिन्ता-फिकर कैरिके अपणा मन तैं यों बातों का भार से दबै नि द्या। अर वु दिन एक जाल की तरौं तुम पर अचानक से ऐ जालु।
अर जु बीज झिबलांणो मा पोड़ीनी, ऊ वु लोग छिन जौन वचनों तैं सुणी, मगर अगनै चलि के जीवन की चिन्ता-फिकर मा, अर धन-दौलत मा, अर मौज-मस्ती मा फंसी जनदिन, अर ऊ बिस्वास मा मजबूत नि होनदिन।
किलैकि तुम ईं बात का बारा मा भौत अच्छे से जणद्यां, कि गळत सम्बन्ध रखण, अर पवित्र जीवन नि जीण, लालच, यू सब मूरत पूजा करण का बराबर च, अर इन्द्रया लोगु की यीशु मसीह अर पिता परमेस्वर का राज मा कुई जगा नि च।
अर इथगा ही ना बल्किन मा मि त प्रभु यीशु तैं पछ्याणदु छौं, अर या बात ही मि खुणि सबसे जादा फैदा की च, अर वेतैं पछ्यणन को जु ज्ञान मितैं मिली वेकी वजै से मि यों सब बातों तैं कूड़ा समझदु, अर इन मि इलै समझदु ताकि मि यीशु मसीह तैं पै सैकु अर वेका दगड़ा मा एक ह्वे जौ।
इलै तुम दुनियां कि ऊं बातों खुणि अपणा पापि सभौ तैं खतम कैरी द्या जु कि पाप करौन्दिन, जन कि सरील का गळत सम्बन्ध रखण, अशुद्धता, हवस, बुरी इच्छा, अर लालच करण जु कि मूरत पूजा का बराबर च।
अर तुम लोग ईं दुनियां का बुरा चाल-चलन से अर वेकी बुरै से प्यार नि कैरा, किलैकि अगर कुई मनखि दुनियां की बातों से प्यार करदु, त उ ईं बात तैं जाणि ल्यो कि वेमा पिता परमेस्वर को प्यार छैई नि च।