18 क्या ये दुसरि जाति का मनखि का अलावा कुई और नि छौ, जु की वापिस ऐके परमेस्वर की बडै करदु?”
18 क्य यु गैर यहूदी तैं छोड़ी के और कुई नि निकली जु परमेश्वर की बढ़ै करदो?
पर भौत सा लोग जु पैलि छिन, वु आखिरी ह्वे जाला, अर जु आखिरी छिन वु पैलि ह्वे जाला।”
अर ठिक उन्नि भौत सा लोग जु पैलि छिन, वु आखिरी ह्वे जाला, अर जु आखिरी छिन वु पैलि ह्वे जाला।”
अर यों बातों तैं सुणी के यीशु हकदक रै गै। अर मुड़ि के अपणा पिछनै औण वळी भीड़ कू बोलि, “मि तुम बटि सच्चि बोन्नु छौं, कि इन्द्रयो बिस्वास मिन इस्राएल का लोगु मा भि नि देखि।”
मगर जु लोग राज का असली हकदार छा ऊंतैं भैर अन्धेरा मा डळै जालु। अर उख त सिरफ रुंण अर दांतों तैं कड़गिटाण होलु।
अर यू होन्द देखि के लोग डौऽरी गैनी अर परमेस्वर की बडै करण लगि गैनी, कि परमेस्वर न मनखियों तैं इन्द्रयो अधिकार दियूं च।
तब यीशु न वेकू बोलि, “क्या दस का दस शुद्ध नि ह्वेनि? त फिर ऊ नौ कख छिन?
अर वेन ऊँची आवाज मा इन बोलि कि, “परमेस्वर पर अपणी पूरि सरदा रखा अर वेकी बडै कैरा, किलैकि न्याय को बगत ऐ गै, इलै वेकी भक्ति कैरा जैन आसमान, धरती अर समुन्दर बणै, अर पाणि का छोया भि वेन ही बणैनी।”