लूका 17:1 - Garhwali1-2 फिर यीशु न अपणा चेलों कू बोलि, “अगर तुम मा बटि कुई यों छुटो तैं पाप करणु खुणि उकसौन्दु, त वे मनखि खुणि यू जादा ठिक होन्दु कि, वेका गौळा मा जंदरु डालि के बन्धे जान्दु, अर वेतैं समुन्दर मा ढुळै जान्दु। अर इन ह्वे नि सकदु कि मनखि पाप नि कैरो, पर हाय च वे मनखि खुणि जैकी वजै से यू पापों मा फंसदिन। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम1 फिर वेल अपड़ा चेलों मा बोलि, यु बात पक्की च अजमैश मनिख्युं मा जरुर आली जु ऊंको पाप का कारण बंणलि पर हाय वे मनिख पर जैका कारण उ आली। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
“मगर फिर भि तुमरा खिलाप मा बुलणु खुणि मि मा कुछ ही बात छिन कि तुमरा बीच मा कुछ लोग इन्द्रया छिन जु कि बिलाम की शिक्षा तैं मणदिन, हाँ, बिलाम जैन राजा बालक तैं सिखै छौ कि कुछ इन कैर, ज्यां से कि इस्राएली लोग मूरतों का अगनै अरपण मा चड़ईं चीजों तैं खा, अर ऊं खुणि इन जाल बिछौ कि ऊंका नौना सरील का गळत सम्बन्ध तैं ही पूरु करण पर लग्यां रा।
“मगर फिर भि तुमरा खिलाप मा बुलणु खुणि मि मा इन च कि तुम लोग वीं इजेबेल जनानि तैं अपणा बीच मा रौण देन्द्यां, ज्वा कि खुद तैं परमेस्वर की रैबर्या बतौन्दी, अर मेरा सेवकों तैं भटकौन्दि अर अपणी शिक्षा देके ऊंतैं सरील का गळत सम्बन्ध बणौणु खुणि, अर मूरतों का अगनै अरपण मा चड़ईं चीजों तैं खाणु खुणि उकसौन्दी च।