“अगर तुम मा बटि कै मनखि का मा सौ भेड़ हो अर ऊंमा बटि एक हरचि जौ, त तुम मा बटि इन्द्रयो कु च जु वीं हरचि भेड़ तैं खुज्याण का खातिर ऊं निन्याणबो तैं निर्जन जगा मा छोड़ि द्यो, अर वीं एक हरचि भेड़ तैं तब तक खुज्याणु रौ, जब तक वा मिली नि जौ?
तब यीशु न दुसरि दौं वेकू बोलि, “हे यूहन्ना का नौना शमौन, क्या तू मि बटि प्यार करदी?” वेन वेकू बोलि, “हाँ प्रभु, तुम त जणदा ही छाँ, कि मि तुम बटि प्यार करदु छौं।” तब यीशु न वेकू बोलि, “मेरी भेड़ों की देख-रेख कैर।”
अर यों बातों तैं सुणी के अध्यक्ष लोगु न परमेस्वर की बडै कैरी। तब ऊंन वेकू बोलि, “पौलुस भै, क्या तुमतै पता च, कि यहूदियों मा बटि भौत सरा लोगु न बिस्वास कैरी, पर वु लोग इन सोचदिन कि मूसा का नियम-कानूनों तैं मनण भौत जरुरी च।