34 किलैकि जख तेरु धन रालु, उखि तेरु मन लग्यूं रालु।”
34 किलैकि तेरु मन हमेशा उखि लग्युं रालो जख तेरु धन च।
अर या बात मि तुमतै इलै बतौणु छौं, किलैकि जख तेरु धन रालु उखि तेरु मन लग्यूं रालु।”
तब यीशु न ऊंकू इन भि बोलि, “तुम ऊं नौकरों का जन बणा, जु अपणा मालिक को इंतजार करदिन, ताकि जब उ मालिक ब्यौ बटि वापिस अऽ, अर द्वार तैं खटखटऽ, त वु नौकर वे खुणि द्वार तैं तुरन्त खोली द्यो। इलै तुम भि सेवा करणु खुणि तयार रा, अर तुमरा द्यू जगणा रा।
मगर हम त स्वर्ग का नागरिक छां, जख बटि हम लोगु तैं छुटकारा देण वळा प्रभु यीशु मसीह को वापिस औण को इंतजार बड़ी खुशी से कना छां।