अर यीशु न खास चेलों कू इन भि बोलि, “सुणा, जन भेड़ खतरनाक भेड़ियों का बीच मा जान्दी, ठिक उन्नि मि भि तुमतै बुरा लोगु का बीच मा भेजणु छौं। इलै गुरौ की तरौं चालाक अर कबूतर की तरौं सीदा बणा।
अर यीशु न बोलि, “झूठ्ठा रैबर्यों बटि बचि के रा, किलैकि उ भेड़ों की तरौं सीदु बणि के तुमरा पास औन्दिन, पर असल मा ऊ भितर बटि एक खतरनाक भेड़िया का जन छिन।
पर मजदूर जु नऽ त चरवाह च, अर ना ही भेड़ों को मालिक, उ भेड़िया तैं औन्द देखि के भेड़ों तैं छोड़ि के भागी जान्दु। अर भेड़िया झपटी के ऊंतैं पकड़दु अर तितर-बितर कैरी देन्दु।
“इलै मिन जु तुम बटि बोलि, वेतैं याद रखा कि, ‘नौकर अपणा मालिक से बड़ु नि होन्दु।’ इलै जब ऊंन मितैं सतै त उ तुमतै भि सताला, ठिक उन्नि अगर ऊंन मेरी बात माणी त वु तुमरि बात भि मणला।
किलैकि लोग तुमतै प्रार्थना भवन बटि निकाळि द्याला। इथगा ही ना, बल्किन इन बगत औणु वळु च, कि जु कुई भि तुमतै जान से मरलु उ इन समझालु, कि इन कैरिके उ परमेस्वर की ही सेवा कनु च।
तब उ महा पुरोहित का पास गै, अर वेन वे बटि दमिश्क नगर का प्रार्थना भवनों का मुखिया लोगु खुणि चिठ्ठी मांगि, कि प्रभु यीशु पर बिस्वास करण वळु जु भि मिललु ऊंतैं बन्धी बणै के यरूशलेम नगर मा लये जौ, अब चै उ जनानि हो या बैख।