लूका 10:27 - Garhwali27 तब शास्त्री न वेतैं जबाब देई, “तू अपणा प्रभु परमेस्वर तैं पूरा मनळ, अपणा पूरा पराणळ, अर अपणी पूरि ताकतळ अर पूरि अकलळ प्यार कैर। अर जन प्यार तू खुद बटि करदी, ठिक उन्नि प्यार तू सब लोगु से भि कैर।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम27 वेल जवाब दींनि, कि तु अपड़ा प्रभु परमेश्वर तैं अपड़ा सैरा मन अर अपड़ी सैरा प्राण अर अपड़ी सैरी शक्ति अर अपड़ी सैरी बुद्धि का दगड़ी प्रेम रख अर अपड़ा पड़ोसी से अपड़ा समान प्रेम रख। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
किलैकि पवित्रशास्त्र मा इन आज्ञा देई छिन कि, “तू दुसरा का दगड़ा मा गळत सम्बन्ध नि बणै, तू हत्या नि कैरी, तू चोरी नि कैरी, तू लालच नि कैरी,” अर यों का अलावा जु दुसरि आज्ञा भि छिन, ऊं सब आज्ञाओं को यू मतलब निकळदु की सबसे प्यार कैरा। अर या बात पवित्रशास्त्र मा इन्नि लिखी च कि, “तू अपणा पड़ोसी से उन्नि प्यार कैर जन तू खुद से करदी।”