23 अर जब मन्दिर मा सेवा करण का दिन पूरा ह्वे गैनी, तब जकरयाह अपणा घौर चलि गै।
23 जब मंदिर मा जकर्याह याजक वेकी सेवा कु बगत पूरो हवे गै तब उ यरूशलेम शहर बट्टी अपड़ा घौर कु चलि गै।
अर जब जकरयाह भैर ऐ त उ गूंगु ह्वे गै छौ, अर एकजुट होयां लोगु का दगड़ा मा बोलि नि सैकी, पर केवल इसारा मा ही ऊंतैं बतै। तब ऊ जाणि गैनी, कि वेन मन्दिर मा कुई दरसन पै।
अर कुछ दिनों का बाद वेकी घरवळी इलीशिबा गरवति ह्वे। तब वा पांच मैना तक चुपचाप अपणा घौर मा ही रै।