“प्रभु की आत्मा मि मा च, किलैकि वेन गरीबों तैं शुभ समाचार सुनाणु कू मितैं चुण्यूं च। अर बन्धियों तैं छुटकारा का बारा मा, अर अन्धों तैं फिर से दिखण का बारा मा परचार करणु खुणि, अर सतयां लोगु तैं छुटकारा देणु खुणि वेन मितैं भेजि च।
अर अगर जु तू गुलाम छैई, अर जब तिन प्रभु यीशु पर बिस्वास कैरी छौ, त पिता परमेस्वर न तेरा दगड़ा मा इन बरतौ नि कैरी, जन एक गुलाम का दगड़ा मा किये जान्दु। अर अगर तू आजाद छैई, अर प्रभु यीशु मसीह पर बिस्वास करदी, त तू मसीह को गुलाम छैई।
अर या आजादी हमतै यीशु मसीह का द्वारा मिली च ताकि हम आजादी का जीवन तैं जी सैका। इलै अपणा बिस्वास तैं मजबूत बणै के रखा, अर नियम-कानूनों का बोझ तैं फिर से अपणा कन्धों पर नि उठा।